मुरैना(देसराग)। मध्य प्रदेश में मुरैना के पास एक सुखोई-30 और मिराज 2000 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं। जिले के पहाड़गढ़ के जंगल में फाइटर जेट गिरने के बाद आग लग गई। सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स पहाड़गढ़ के जंगल में पहुंची और राहत बचाव कार्य किया। हादसे में एक पायलट की मौत की खबर है, जबकि 2 पायलट बचा लिए गए हैं। घटना पहाड़गढ़ थाना इलाके के मानपुर ईश्वरा महादेव के जंगलों की है। इस पूरे ही मामले में इंडियन एयरफोर्स की तरफ से औपचारिक जानकारी आना बाकी है।
ग्वालियर एयरबेस से भरी थी उड़ान
ग्वालियर एयरबेस से दोनों फाइटर प्लेन्स ने आज सुबह उड़ान भरी। इसके बाद मुरैना के पास ये दोनों लड़ाकू विमान जिसमें सुखोई-30 के साथ ही मिराज 2000 शामिल है दुर्घटनाग्रस्त हुए। इस बड़े हवाई हादसे के बाद जैसे ही जानकारी मिली, मौके पर राहत दल पहुंचा। एयरफोर्स के सूत्रों के हवाले से पता चला है कि दोनों ही विमान ग्वालियर से नियमित उड़ान पर निकले थे। यह देश के सबसे बड़े एयरबेस में एक है जहां फ्रांस निर्मित मिराज और सुखोई हैं। यहां लगभग हरेक दिन प्रैक्टिस चलती रहती है और फाइटर प्लेन्स उड़ान भरते हैं।
फ्रांस और रूस के बने विमान
मुरैना में जो हादसा हुआ है उसमें फ्रांस निर्मित मिराज 2000 और साथ ही रुस निर्मित सुखोई-30 शामिल हैं। मुरैना के कलेक्टर ने बताया कि दोनों जेट विमान सुबह 5.30 बजे पर उड़ान भर रहे थे और इसके बाद ही दुर्घटना के शिकार हुए।
राजस्थान में भी हुआ हवाई हादसा
बता दें कि इससे कुछ देर पहले ही यूपी के आगरा से उड़ान भरने वाला एक हेलीकॉप्टर राजस्थान के भरतपुर जिले के उच्नैन क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। गनीमत रही है कि रिहाइशी इलाके में ये प्लैन क्रैश नहीं हुआ। कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि भरतपुर में एक चार्टेड एयरक्राफ्ट क्रैश हुआ। पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने कहा कि विमान शहर के उच्चैन इलाके में एक खुले मैदान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।