भारत जोड़ो यात्रा का समापन, राहुल ने लाल चौक पर फहराया तिरंगा
श्रीनगर(देसराग)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का आज श्रीनगर में समापन हो गया। उन्होंने यहां लाल चौक पर तिरंगा फहराया। इसके बाद उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की। यात्रा का समापन 30 जनवरी को होना था लेकिन राहुल गांधी को स्थानीय प्रशासन ने इसके लिए अनुमति नहीं दी। अब सोमवार को सुबह शहीद दिवस पर यात्रा का औपचारिक समापन होगा।
मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा बहुत छोटा कदम था। उनके पास कुछ और आइडियाज हैं जिन पर वह काम करेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दलों ने जनता से दूरी बना ली है। राजनीतिक दलों और जनता के बीच जो संवाद है वह सिर्फ मीडिया के जरिए होता है यानी प्रेस कॉन्फ्रेंस, इंटरव्यूज। हमने इस दूरी को कम करने की कोशिश की है और इसीलिए सड़क पर निकले। पहले मीडिया के जरिए जनता और राजनीतिक दलों के बीच जो कम्युनिकेशन होता था वह पक्षपात रहित था लेकिन अब मीडिया पक्षपाती हो गया है। उन्होंने कहा कि जो फोकस मीडिया द्वारा विपक्ष को मिलना चाहिए वह नहीं मिल रहा है। राहुल ने कहा कि उन्हें लगा कि एक नए तरीके के राजनीतिक दृष्टिकोण की जरूरत है। यही वजह है कि हम सड़कों पर निकले, लोगों से मिले, उन्हें गले लगाया और उनसे बातचीत की, उनकी परेशानियों को समझा।
धारा 370 के हटाए जाने के बाद भाजपा के इस दावे पर कि कश्मीर में हालत सुधर गए हैं, राहुल गांधी ने कहा कि अगर हालत सुधरे होते तो यहां टारगेट किलिंग क्यों हो रही है। अगर ऐसा है तो गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी कश्मीर में पदयात्रा क्यों नहीं करती हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विपक्ष में बिखराव कतई नहीं है। विपक्ष में अंतर्विरोध हैं। विपक्ष में संवाद होता है लेकिन विपक्ष एक साथ लड़ेगा। यह विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ आरएसएस और बीजेपी जबकि दूसरी ओर गैर भाजपा – आरएसएस ताकतें। धारा 370 को हटाए जाने पर उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस का स्टैंड वही है जो कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने तय किया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पूरी यात्रा के दौरान उन्हें लोगों का प्यार मिला। यात्रा के दौरान किसानों व गरीबों और नौजवानों ने अपनी परेशानियों को साझा किया। राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि यह यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। यह एक छोटा सा कदम है आगे यात्रा का स्वरूप क्या होगा यह नहीं बता सकता लेकिन हम एक्शन जरूर लेंगे। इस यात्रा ने हमें एक वैकल्पिक दृष्टिकोण दिया है। बीजेपी-आरएसएस ने एक विजन दिया है जो नफरत भरा, अहंकार भरा है जबकि हमारा विजन नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान वाला है।