नर्मदापुरम (देसराग)। सतपुड़ा बाघ अभयारण्य में 270 पक्षियों की प्रजातियों को खोजने में सफलता मिली है। 3 दिन तक 38 दलों ने पक्षियों का सर्वे किया। पक्षियों के सर्वे में पूरे भारत से 80 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जिन्होंने 38 दल बनाकर सतपुड़ा बाघ अभयारण्य के 10 क्षेत्रों में 31 कैंपों में पक्षियों की गणना का कार्य किया। यहां कई तरह के पक्षी नजर आए है। इन पक्षियों से संबंधित रिकार्ड को तैयार किया जा रहा है। पर्यटन केंद्र मढ़ई में पंचम वर्ड सर्वे 25 से 27 फरवरी तक आयोजित किया गया।
337 प्रतिभागियों में से 80 का हुआ चयन
पांचवें बर्ड सर्वे में शामिल होने के लिए देश के 12 राज्यों से 337 प्रतिभागियों ने आवेदन दिया था। जिनमें से 80 लोग चयनित हुए। 80 प्रतिभागियों द्वारा 38 दल बनाकर पूरे अभ्यारण्य क्षेत्र में 10 जगहों पर कुल 31 कैंपों में रोका गया था। कैंपों के आसपास वन क्षेत्र एवं जलीय क्षेत्र में पक्षियों की प्रजातियों की गणना का कार्य किया गया। पक्षियों की 270 प्रजातियां को सतपुड़ा बाघ अभ्यारण्य में देखा गया। इस दौरान विशेषज्ञों ने पक्षियों की फोटो लेकर उनकी पहचान की और अपने रिकॉर्ड में शामिल किया।
अधिकारियों ने भी लिया हिस्सा
सर्वे में कई सीनियर ऑफिसर सुभाष कुमार आईएफएससी, पीसीसीएफ केरमन आईएफएस सेवानिवृत्त, एपीसीसी तथा सुनील कुमार नागर आईएफएससी, सीसीएफ ने हिस्सा लिया। यह सर्वे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के संचालक एल कृष्णमूर्ति, उपसंचालक सुशील कुमार प्रजापति के मार्गनिर्देशन में संपन्न हुआ। वर्ल्ड वार ईयर इंदौर एवं सिटीजन फॉर नेचर कंजर्वेशन सोसायटी जबलपुर का भी सहयोग रहा। समापन के दौरान प्रतिभागियों ने अपने अपने अनुभव एवं विचार साझा किए।
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