भोपाल(देसराग)। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने राज्य की सत्ता के सिंहासन पर वापसी की कवायद शुरु कर दी है। इसके तहत सोशल मीडिया विंग की तरफ से एक संदेश जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री और मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखिया कमलनाथ के नेतृत्व में 13 मार्च को राजभवन का घेराव किया जा रहा है। यह सिर्फ कांग्रेस का कार्यक्रम नहीं, बल्कि सभी कांग्रेसियों का शक्ति प्रदर्शन भी है।
दरअसल प्रदेश कांग्रेस द्वारा 13 मार्च को किए जा रहे राजभवन घेराव के बहाने टिकट के दावेदार शक्ति प्रदर्शन करेंगे। कांग्रेस ने तमाम कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, विधायकों के अलावा टिकट के दावेदारों को भी अपने समर्थकों के साथ इसमें शामिल होने का आव्हान किया है। कांग्रेस ने मैसेज भेजकर ऐसे तमाम दावेदारों से पूछा है कि घेराव में आने वाले उनके समर्थकों की अनुमानित संख्या कितनी है। इस संख्या को मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखिया कमलनाथ को बताया जाएगा। कांग्रेस की कोशिश है कि राजभवन घेराव को ऐतिहासिक बनाया जाए।
कांग्रेस ने नेताओं को जारी किया संदेश
कांग्रेस के संदेश में लिखा गया है कि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निकलते समय सभी अपनी और समर्थकों की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर कर पार्टी के मीडिया विंग को जरूर सूचित करें। इसके अलावा यदि आप किसी विधानसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं तो विधानसभा क्षेत्र के नाम और घेराव में आने वाले कार्यकर्ताओं की अनुमानित संख्या भी मिलकर भेजें ताकि इसके बारे में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखिया कमलनाथ को बताया जा सके।
विधायकों को भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी
कांग्रेस ने पार्टी के विधायकों को उनके क्षेत्रों से आने वाले कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस विधायकों से कहा गया है कि वे क्षेत्र से ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को घेराव में लेकर पहुंचें। साथ ही विधायकों को अपने आवास पर ही उनके खाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। 13 मार्च से विधानसभा का सत्र भी फिर शुरू हो रहा है। लिहाजा सत्र में शामिल होने के बाद कांग्रेस विधायक राजभवन घेराव में शामिल होंगे।