बोर्ड परीक्षाओं के पर्चे लीक होने का मामला
भोपाल(देसराग)। माध्यमिक शिक्षा मण्डल की गत 01 मार्च, 2023 से कक्षा 10वीं व 2 मार्च, 2023 से कक्षा 12वीं की परीक्षाएं प्रारंभ होने के साथ इसके प्रश्न पत्र लीक होने के समाचार प्रकाशित होने लगे किंतु राज्य सरकार एवं माध्यमिक शिक्षा मण्डल इसे स्वीकार कर जांच कराने के बजाय इसे अफवाह करार देकर मामले की लीपा पोती में जुटा रहा। नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने इस पूरे मामले में स्कूली शिक्षा मंत्री को बर्खास्त किए जाने की मांग की है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान मेरे द्वारा इस मामले की गंभीरता को देखते हुये सदन में भी उठाया गया, किंतु राज्य सरकार द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब जबकि कक्षा 10वीें व 12वीं के प्रश्न पत्र परीक्षा पूर्व खुले आम सड़कों पर बिकने लगे तब जाकर स्कूल शिक्षा मंत्री द्वारा पेपर लीक होने की बात को स्वीकार किया गया। साथ ही विभाग द्वारा आनन-फानन नौ केन्द्राध्यक्ष/सहायक केन्द्राध्यक्ष को निलंबित करने के आदेश जारी कर मामले की लीपा-पोती का प्रयास किया गया। जबकि यह प्रदेश के 20 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के भविष्य के जुड़ा बेहद संवेदनशील मामला था।
उन्होंने कहा कि प्रश्न पत्रों के लीक होने की बात स्वीकार करने के पश्चात् कक्षा 10वीं और 12वीं की संपूर्ण परीक्षा की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है। डाॅ. सिंह ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग में विद्यार्थी ड्रेस घोटाला, मध्यान्ह भोजन घोटाला, कम्प्यूटर खरीदी घोटाला, हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों को अनुरक्षण राशि घोटाले के बाद लगातार प्रश्न पत्र लीक होने से स्पष्ट है कि स्कूल शिक्षा विभाग जैसे महत्वपूर्ण दायित्वों के निर्वहन में स्कूल शिक्षा मंत्री पूरी तरह से अक्षम साबित हुए हैं।