भोपाल (देसराग)। अहमदाबाद ब्लास्ट में फांसी पाने वाले सिमी के जो सात आरोपी भोपाल सेंट्रल जेल में बंद हैं, उनकी सुरक्षा के लिए जेल के करीब 250 ताले बदले गए हैं। यह सभी गोदरेज कंपनी के ताले हैं और अब भोपाल सेंट्रल जेल में कोई भी पुराना ताला नहीं रहा है। इसके अलावा आरोपियों की सुरक्षा के लिए नियमित रूप से समीक्षा भी शुरू कर दी गई है।
अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के दोषियों को सजा मिलने के बाद से भोपाल सेंट्रल जेल में बंद सिमी के सात कार्यकर्ताओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भोपाल में सफदर नागौरी, कमरुद्दीन, हाफिज, शिवली, शादुली, आमिल परवेज और अंसाब बंद हैं जिनमें से अंसाब को मरते दम तक की सजा है। शेष सभी छह दोषियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। सूत्रों के मुताबिक उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से अंडा सेल में शिफ्ट कर दिया गया है। अभी तक ये सभी हाई सिक्योरिटी वाले हिस्से में बंद थे। अंडा सेल की सुरक्षा के लिए पृथक से टॉवर भी स्थापित कर दिया गया है जिस पर दिन-रात प्रहरी की तैनाती भी हो गई है।
पांच किलोमीटर हॉट लाइन बिछेगी
सिमी के इन कार्यकर्ताओं को अहमदाबाद ब्लास्ट में सजा मिलने के बाद गृह और जेल विभाग ने उच्चस्तरीय बैठक में जो फैसला किया था, उसके मुताबिक अब नजदीकी गांधी नगर पुलिस थाने से जेल को हॉटलाइन से जोड़े जाने का काम शुरू होने वाला है। गांधीनगर से जेल तक दूरी करीब पांच किलोमीटर है और यह हॉट लाइन अगले एक-दो दिन में बिछ जाने की संभावना है।
अब जैमर भी लगाया जाएगा
सूत्र बताते हैं कि सिमी कार्यकर्ताओं को सजा मिलने के बाद भोपाल सेंट्रल जेल की सुरक्षा के लिए नए प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। भोपाल सेंट्रल जेल के आसपास मोबाइल कनेक्टिविटी को रोकने के लिए जैमर लगाए जाने की तैयारी की जा रही है। इसी तरह भोपाल जेल के आसपास ही जेल अधिकारियों और कर्मचारियों के आवासों के निर्माण का प्रस्ताव भी राज्य शासन को भेजने की तैयारी है जो केवल भोपाल जेल से संबंधित होगा। इसमें करीब 180 आवासों का प्रस्ताव बनाया जाएगा।
previous post