महिला पहलवानों के समर्थन में आए संयुक्त किसान मोर्चा और खाप पंचायतें
नई दिल्ली(देसराग)। महिला पहलवानों के समर्थन में किसान संगठन और खाप पंचायतें भी आ गई हैं। 7 महिला पहलवानों की यौन उत्पीड़न के आरोपी बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज शाम किसान संगठनों और खाप पंचायतों ने देशव्यापी आंदोलन की घोषणा कर दी। महिला पहलवानों के समर्थन में खाप पंचायतों और किसानों के आ जाने से सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं।
दरअसल सरकार पहलवानों के आंदोलन को बेहद हल्के में ले रही थी लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा और खाप पंचायतों की घोषणा ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जंतर मंतर पर आज सुबह भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत और उनके भाई राकेश टिकैत, संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारी किसान यूनियन उगराहां के लोग और खाप पंचायतों के नेता पहुंचे। रविवार शाम इन सभी ने अपने आंदोलन की रूपरेखा पेश कर दी। खाप पंचायतों और किसान नेताओं ने कहा, सरकार अगर 15 दिनों के भीतर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह को गिरफ्तार नहीं करती है तो 11 मई से किसान संगठनों और खाप पंचायतों के लोग दिल्ली के लिए कूच करेंगे। अगर बृजभूषण शरण को गिरफ्तार कर लिया जाता है तो उनका आंदोलन स्थगित हो जाएगा। इस बीच किसान संगठन और खाप नेताओं ने कहा कि जो लोग दिल्ली के लिए कूच कर चुके हैं वे रुके नहीं और जंतर-मंतर पर आकर शांतिपूर्वक बैठें।
इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा और खाप पंचायतों के ऐलान के बाद दिल्ली में जंतर मंतर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यौन उत्पीड़न मामले में जंतर-मंतर पर धरना दे रही महिला पहलवानों को समर्थन मिल रहा है। ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया के आह्वान पर आज शाम कैंडल मार्च निकाला गया। वहीं नैनीताल और यूपी के कई शहरों में कैंडल मार्च निकाला गया। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बीएचयू के छात्रों ने भी महिला पहलवानों के समर्थन में कैंडल मार्च निकाला। वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र है।