नज़रिया
सोमेश्वर सिंह
साधारण मनोविज्ञान है। आपकी जैसी मानसिकता होगी प्रत्येक क्रिया को आप उसी भाव से देखेंगे। तुलसी बाबा की साधारण भाषा में कहें तो-” जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखिय तिन तैसी”। सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए राहुल गांधी ने अपने वक्तव्य के समापन में आसंदी की तरफ मुखातिब होकर फ्लाइंग किस दिया और वह किस हवा में तैरता हुआ स्मृति ईरानी के पास पहुंच गया। क्या गजब की मिस्ट्री है। ऐसा लगता है कि स्मृति ईरानी किसी मनोविकार से पीड़ित हैं। हमेशा शंकालु रहती हैं । प्रायः उन्हें अश्लीलता,अशिष्टता और अभद्रता ही दिखाई दे जाती है।
मंत्री रहते हुए एक बार वह दिल्ली के किसी शोरूम में कपड़ा खरीदने गई। चेंज रूम में कपड़े बदल रही थीं और उन्हें आशंका हुई की कोई खुफिया कैमरा लगा है। जो उनकी अंतरंग फोटो शूट कर रहा है। शिकायत हुई, जांच हुई, शिकायत बेबुनियाद पाई गई। कुछ इसी तरह का वाकया गोवा का है। उनकी बेटी जोइस ईरानी कॉलेज की स्टूडेंट हैं। गोवा में किसी बार संचालक ने फर्जीवाड़ा कर उनकी बेटी के नाम बार लाइसेंस के लिए अप्लाई किया। आरटीआई में खुलासा होते ही कांग्रेस के कुछ नेताओं ने आरोप लगाए। मैडम ईरानी आग बबूला हो गई। मानहानि का नोटिस भेज दिया। सफाई दी मेरी बेटी राजनीति नहीं करती, वह कालेज की छात्रा है, कोई बार नहीं चलाती, मैं अमेठी से राहुल गांधी को चुनाव हरा चुकी हूं इसलिए खुन्नस निकाल रहे हैं।
मैडम यह क्यों भूल जाती हैं कि आपकी पार्टी भाजपा के नेताओं ने कभी सोनिया गांधी को बार डांसर और राहुल गांधी को हाइब्रिड कहा था। तब सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी तथा बेटी प्रियंका गांधी को कैसा लगा होगा। चरित्र हत्या करना तो भाजपा का चरित्र है। आपकी तरह ही मां के रूप में सोनिया गांधी का भी दिल है। शायद आप भूल गयी हों कभी आप अपने श्रीमुख में जीभ के नीचे दो उंगलियां दबाकर लैला की तरह सीटी बजा रही थी और आपकी वह फोटो सोशल मीडिया वायरल हुई थी। आपके उस सीटी में कौन सी शिष्टता थी।
मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके परेड कराई जा रही थी। उन्हें अपमानित किया जा रहा था। उनके साथ रेप हो रहा था। आपको क्रोध नहीं आया। आपकी पार्टी का ही एक सांसद नामी महिला खिलाड़ियों के साथ अश्लील हरकतें कर रहा था। उनकी लज्जा भंग कर रहा था। महिला खिलाड़ी सड़कों पर न्याय की गुहार लगा रही थी। तब आपको क्रोध नहीं आया। आपकी भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के बाबा की सरकार में हाथरस और उन्नाव में लड़कियों के साथ क्या-क्या नहीं हो रहा था। तब आपको क्रोध नहीं आया। देश में जगह-जगह नारियों की अस्मिता खतरे में है लेकिन आपका बोलना तो दूर रहा उस तरफ देखना भी पसंद नहीं करती।
आपका रौद्र रूप सिर्फ सदन में दिखाई देता है। सदन में आप चीखती हैं, चिल्लाती हैं। और यह भूल जाती हैं कि स्त्री प्रेम, वात्सल्य ,करुणा और शालीनता की प्रतीक है ।आपके आपत्तिजनक आचरण से क्या सदन की गरिमा आहत नहीं होती! राहुल गांधी को शिष्ट, नैतिकता और चरित्र का पाठ पढ़ने के पहले मैडम ईरानी आप खुद अपना गिरेबान झांक कर देखिए। राहुल गांधी ने आज तक अपना घर नहीं बसाया और आप हैं की अपने सहेली का घर उजाड़ कर खुद अपना घर बसा लिया। राहुल गांधी ने तो सदन में खुलेआम हवाई चुम्मा दे कर अपना प्रेम आभार प्रकट किया था। संसद में और भी महिला सांसद हैं लेकिन लेकिन आपको ही राहुल गांधी के फ्लाइंग किस में अशिष्टता और अश्लीलता नजर आई। दोष दृष्टि आपकी आंखों की है। राहुल गांधी के फ्लाइंग किस का नहीं।
भारतीय संस्कृति में चुम्मा प्रेम तथा वात्सल्य का प्रतीक है। मां बेटे का माथा, गाल चूम कर वात्सल्य प्रकट करती है। चुम्मे से प्रेम प्रगाढ़ होता है। दो विदेशी राजनयिक जब मिलते हैं तब एक दूसरे को किस करके गले मिलते हैं। मित्रता का प्रदर्शन करते हैं। जितने सेलिब्रिटीज है अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर फ्लाइंग किस देते हैं। आजकल तो किस एक फैशन बन चुका है। लेकिन मैडम ईरानी यह दोष सिर्फ आपका नहीं। इसके पीछे सोची समझी योजना है। संसद में मणिपुर दंगा, नरसंहार, अदानी के साथ मोदी जी के रिश्ते और भी अनेक ज्वलन्त मुद्दों पर चर्चा से सदन का ध्यान भटकाने के लिए आप लोग यही करते रहते हैं।
मैडम स्मृति ईरानी आपने आरोप लगाने से पहले एक महिला के रूप में यह विचार कर लिया होता कि आपके आरोप से एक मां के रूप में राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी पर क्या बीतेगी। उन्होंने कैसे यकीन किया होगा कि उनका बेटा अश्लील, अशिष्ट और अभद्र है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।)